ग्वालियर में सरकारी अफसर अपना वेतन देकर गरीब बच्चों के लिये हाईटेक सर्किल स्कूल का करवाएंगे निर्माण
ग्वालियर / अब मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर में एक ऐसे सरकारी सर्किल स्कूल की नींव रखी जाएगी जो हाईटेक होगा और उसमें गरीब बच्चों को मुफ्त में शिक्षा दी जाएगी। इसके निर्माण के लिए जिले के सभी प्रशासनिक अधिकारी अपने वेतन में से राशि इकट्ठा करेंगे, जिला प्रशासन ने इस स्कूल की टोटल कॉस्ट ₹10 करोड़ रुपये आंकी है।
खास बात है इस बड़ी राशि को इकट्ठा करने के लिये जिले के सभी छोटे बड़े प्रशासनिक अफसर अपना एक दिन का वेतन देगे साथ ही शहर के सक्षम लोग भी आर्थिक योगदान कर सकेंगे।
ग्वालियर प्रशासन ने इस स्कूल के निर्माण के लिये पूरी तरह से।कमर कस ली है बताया जाता है प्रारंभ में प्रशासन के पास अपनी कोशिश से 2 करोड़ की राशि इकट्ठा होगी इसके अलावा स्कूल निर्माण सामग्री रेत, पत्थर सीमेंट और ईट आयेगी जिसमें शहर के कुछ प्रमुख व्यवसायी भी अपना योगदान देंगे। कलेक्टर अनुराग चौधरी के मुताबिक यह फैसला सोमवार को हुई टीएल बैठक में लिया गया है।
जिसमें एक वृत्त स्कूल बनाया जाएगा। यह नवीन स्कूल एंटी माफिया मुहिम के तहत मुक्त कराई गई सरकारी जमीन पर बनेगा। इसके पीछे मकसद यह है कि जो भी सरकारी अफसर शिक्षा के क्षेत्र में गरीब बच्चों की मदद करना चाहता है, लेकिन वह किसी वजह से नहीं कर पाता है। ऐसे में अब इस स्कूल के जरिए जिले के प्रशासनिक अधिकारी और अन्य लोग स्कूल में दान पुण्य का काम कर सकेंगे। शुरुआती दौर में जिले के सभी प्रशासनिक अफसर अपना एक दिन वेतन दे रहे है।
जिससे स्कूल का निर्माण शुरू होगा। कलेक्टर अनुराग चौधरी के मुताबिक 1 मार्च 2020 को स्कूल की नींव रखी जाएगी। जिसमें 600 से 700 बच्चों की पढ़ाने की व्यवस्था होगी। स्कूल हाईटेक होगा और हर सुविधा से युक्त होगा।